आगम गवाक्ष



जैनशासन के प्राण-त्राण-आधार 45 आगमग्रंथो को सुवर्णाक्षर से लिखवाकर नकशी कारीगरी युक्त काष्ठमय झरोखों में बिराजमान किये जायेंगे । आगम का दर्शन-वंदन-पूजन के साथ । दर्शनार्थीओं की जानकारी हेतु 45 आगमों का गुजराती-हिन्दी-अंग्रेजी तीनों भाषा में सचित्र परिचय प्रस्तुत होगा ।

Pravachan Shrut Tirth - Available Facility